White Discharge in Women (Leucorrhea)
Nowadays, the problem of leucorrhea or White Discharge is found in most women. Due to this problem, white, viscous thick fluid starts coming out of the private part of the woman. Due to which the chances of infection in the women increases.
महिलाओं में सफेद पानी(ल्यूकोरिया)
आजकल ज्यादातर महिलाओं में ल्यूकोरिया या सफेद पानी की समस्या पाई जाने लगी है। इस समस्या के कारण महिला के प्राइवेट पार्ट से सफेद, चिपचिपा गाढ़ा तरल पदार्थ निकलना शुरू हो जाता है। जिस वजह से महिलाओं के शरीर में इंफेक्शन की संभावना बढ़ जाती है।
What is Leucorrhea
Leucorrhea or White Discharge problem is found in women. It is also known as leucorrhoea or white discharge. In white leucorrhea, white, viscous thick fluid starts coming out from the private part of the woman. There is an increased likelihood of infection in the body of women with leucorrhea. Leucorrhea is a common problem of women, in which women keep sticky white matter out of the toilet due to which their body becomes weak and they do not feel like doing any work, due to which they also get irritability. This problem is also due to the side effects of English medicines due to the use of dirty cloth, because of not taking care of cleanliness, which in many women, one or two days before or after periods. Usually occurs.
ल्यूकोरिया क्या है?
ल्यूकोरिया या सफेद पानी की समस्या महिलाओं में पाया जाता है। इसे श्वेत प्रदर या White Discharge भी कहा जाता है। बता दें ल्यूकोरिया में महिला के प्राइवेट पार्ट से सफेद, चिपचिपा गाढ़ा तरल पदार्थ निकलना शुरू हो जाता है। ल्यूकोरिया होने पर महिलाओं के शरीर में इंफेक्शन की संभावना बढ़ जाती है। ल्यूकोरिया महिलाओं की एक आम समस्या है, जिसमें महिलाओं को टॉयलेट के साथ चिपचिपा श्वेत पदार्थ निकलता रहता है जिस कारण से उनके शरीर में कमजोरी आ जाती है और किसी भी काम को करने में उनका मन नहीं लगता इस वजह से उनमें चिड़चिड़ापन भी बढ़ जाता है यह समस्या अक्षर गंदा कपड़ा इस्तेमाल करने के कारण से यह साफ सफाई का ध्यान ना रखने के कारण से यह कई बार अंग्रेजी दवाइयों के साइड इफेक्ट के कारण से भी हो जाती है, जो कई महिलाओं में पीरियड्स से पहले या बाद में एक या दो दिन सामान्य रूप से होती है।